आजकल दिल्ली में लडकियों की हत्या एक आम बात बन गयी है |
वाह !! हमारे देश की राजधानी कहे जाने वाले शहर दिल्ली |
आज हमारे देश में लडकी सर उठा के नही चल सकती है
शायद अब हमारे देश में महिलाओं को यह अधिकार ही नही रहा है |
वाह हमारे देश के कानून और हमारे देश की सुरक्षा व्यव्व्स्था \
हमारे देश में अफजल और कासब जैसे लोगो को तो जीने का पूरा अधिकार है
उनके लिए पूरी सुरक्षा भी उपलब्ध है पर हमारे देश में महिलाओं की स्थिति
तो देखने ही लायक है |
पिछले कुछ दिनों से अख़बारों में पढने को बहुत मिला ------
आरुशी मर्डर केश ,,,,,
राधिका तंवर, बी.ए. दूसरे वर्ष की छात्रा की , Ramlal आनंद कॉलेज के बाहर हत्या कर दी गई |
एक जवान लड़की की दिनदहाड़े कॉलेज में हत्या |
एक बुजुर्ग महिला की उसके घर में गला रेतकर हत्या कर दी गई,
एक गृहिणी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाई गयी |
दक्षिण पश्चिम दिल्ली में एक किशोर लड़की की हत्या |
इन सब बातों का शायद उन लोगों पर अशर न पड़े जो आराम से कुर्शी पर बैठे हैं या जो
सुरक्षा के झूठे दावे देते हैं पर उन लोगों पर जरुर असर पड़ता है जिनके जिगर का टुकड़ा उनसे
छिन जाता है या जिनके परिवार का सदस्य उनसे हमेशा हमेशा के लिए अलग हो जाये |
अभी तक मुझे नही लगता की कोई एसा सख्त कदम उठाया गया है जिससे ऐसे घिनोने
कर्म करने वाले पापियों को ऐसी सजा मिल सके ताकि कोई फिर ऐसा कर्म करने की भी
न सोचे |
खैर हमारे देश का कानून इतनी जल्दी किसी बात की खबर नही लेता है |यही हमारा
देश है जो दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है |